दसन-वसन फैला करके
शयन कर रही थी लेटी.
शरमा बैठी जब वसन हटे
तन-दंत दिखे कटि की पेटी.
कर घेर छिपाने को आईं
दिहली पर खड़ी हुईं चेटी.
नवसू कहलायेगी जल्दी
होरिल जनकर सुख की बेटी.
रतनार कपोल भये उसके
हेरम्ब-कथन निकला कपटी.
हैं दीप-नयन जलते उसके
रीझेगा फिर से आस बँधी.
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दसन-वसन — दाँतों के कपड़े
तन-दंत — शरीर रूपी दाँत
कटि की पेटी — दाँतों की कमर की पेटी अर्थात मसूडे.
दिहली — दहलीज
दिहली पर खड़ी हुईं चेटी से तात्पर्य ... मुख पर खड़ी हुई दासियाँ अर्थात मुस्कुराने से कपोलों पर पड़ी रेखाएँ.
नवसू — नवप्रसूता, 'हँसने वाली' से तात्पर्य
होरिल — नवजात शिशु, 'हँसी' से तात्पर्य
सुख की बेटी — मुस्कान
हेरम्ब-कथन — धीरोद्धत नायक की भाँति धोखेबाजी, चपलता और लम्पटता गुणों से युक्त कथन [जो मुस्कान को गर्भवती कर छिपकर भाग गया]