tag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post8922506594259713259..comments2023-11-03T19:09:37.429+05:30Comments on ॥ दर्शन-प्राशन ॥: नूतन-प्राची संवादप्रतुल वशिष्ठhttp://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comBlogger19125tag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-45061545151871065922011-04-06T09:49:37.463+05:302011-04-06T09:49:37.463+05:30क्योंकि विरेन्द्र जी पत्रकार है, पाठशाला की समुचित...क्योंकि विरेन्द्र जी पत्रकार है, पाठशाला की समुचित समीक्षा द्वारा समय-समय पर अपनी क्षमताओं का प्रयोग अवश्य करते रहें तो हमारे प्रयास की प्रासंगिकता समझ आती रहेगी.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-65013660757603283612011-04-06T09:45:38.523+05:302011-04-06T09:45:38.523+05:30मुझे पूर्ण विश्वास है कि यदि मेरे अध्यापन में कहीं...मुझे पूर्ण विश्वास है कि यदि मेरे अध्यापन में कहीं कोई कमी आयेगी तो सर्व आदरणीय श्री अरविन्द मिश्रा जी, श्री सतीश सक्सेना जी और श्रीमती अजित गुप्ता जी अपने स्नेहिल स्वभाव से उसे दूर कर ही देंगे.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-78876489876373984752011-04-06T09:43:14.043+05:302011-04-06T09:43:14.043+05:30अमित जी, भौमिक तो अभी छोटा है लेकिन मुझे विश्वास ह...अमित जी, भौमिक तो अभी छोटा है लेकिन मुझे विश्वास है कि मैं भविष्य में उसके लिये भी कुछ-न-कुछ अवश्य करूँगा. पाठशाला में सभी आयु वर्ग का प्रवेश हमेशा खुला है.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-49550471623783021982011-04-06T09:40:25.909+05:302011-04-06T09:40:25.909+05:30दिव्या जी, आपको यदि उपयुक्त लगे तो अदिति और सुयश क...दिव्या जी, आपको यदि उपयुक्त लगे तो अदिति और सुयश को भी पाठशाला में दाखिला करायें. हिन्दी शिक्षण और काव्य-शिक्षण की सरल कक्षाएँ लगाने की कोशिश करूँगा. इस तरह मेरा खाली समय भी मेरी रुचि को पूरा कर सकेगा.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-61460065988667436182011-04-06T09:39:38.182+05:302011-04-06T09:39:38.182+05:30डॉ. मोनिका जी, जब भी खाली समय मिले अपने सुभीते से ...डॉ. मोनिका जी, जब भी खाली समय मिले अपने सुभीते से चैतन्य को पाठशाला में लेकर आयें. यदि उसमें काव्य के प्रति तनिक भी ललक है तो उसे अभी से ही एडमिशन दिलवायें. मेरा भी प्रयास रहेगा कि कभी-कभी बाल-स्तर का 'रस-छंद विधान' पाठ रूप में लेकर आऊँ.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-24183022263210700852011-04-06T09:30:34.910+05:302011-04-06T09:30:34.910+05:30सञ्जय जी,
मेधावी छात्रों की कोपी दिखाकर आप कब तक ...सञ्जय जी, <br />मेधावी छात्रों की कोपी दिखाकर आप कब तक बचेंगे? <br />अभी तो आपकी शरारत मेरी मुस्कान का कारण बन रही है. लेकिन आपमें छिपी सृजनात्मक शक्तियाँ जिस दिन बाहर आकर कूद-फांद करेंगी उस दिन आप भी अचंभित होंगे. <br />इसलिये स्वयं में छिपी शक्तियों के साथ छेड़खानी अवश्य करनी चाहिए.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-77193036014647362162011-04-04T19:57:23.458+05:302011-04-04T19:57:23.458+05:30सर जी .......
इस बेहद सुंदर और अर्थपूर्ण काव्य रच...सर जी .......<br />इस बेहद सुंदर और अर्थपूर्ण काव्य रचना को पढ़कर<br />मन प्रफुल्लित हो गया.<br />इस रचना के लिए आपको हार्दिक बधाई. <br />आपको नवसंवत्सर की ढेरों शुभकामनाएँ....वीरेंद्र सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05613141957184614737noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-79010544982256471222011-04-04T13:01:07.745+05:302011-04-04T13:01:07.745+05:30नए संवत २०६८ विक्रमी की हार्दिक बधाई।
नया साल आपके...नए संवत २०६८ विक्रमी की हार्दिक बधाई।<br />नया साल आपके और आपके कुटुंब को आनंद प्रदायी हो।Amit Sharmahttps://www.blogger.com/profile/15265175549736056144noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-50934528172183985422011-04-04T12:52:46.532+05:302011-04-04T12:52:46.532+05:30प्रतुलजी आपके ब्लाग पर दो श्रेष्ठ कविताएं पढ़ने ...प्रतुलजी आपके ब्लाग पर दो श्रेष्ठ कविताएं पढ़ने को मिली एक गम्भीर काव्य और दूसरा सुज्ञ जी द्वारा रचित सहज काव्य। दोनों का ही अभिनन्दन।अजित गुप्ता का कोनाhttps://www.blogger.com/profile/02729879703297154634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-32988565073326076042011-04-04T08:45:44.778+05:302011-04-04T08:45:44.778+05:30.. इस कविता ने दिल मोह लिया प्रतुल !!
शुभकामनायें ..... इस कविता ने दिल मोह लिया प्रतुल !!<br />शुभकामनायें आपको !!Satish Saxena https://www.blogger.com/profile/03993727586056700899noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-28453618716136680882011-04-03T12:08:15.886+05:302011-04-03T12:08:15.886+05:30संजय जी,
गुरू के सामने तो मत बाताओ कि होमवर्क मुझ...संजय जी,<br /><br />गुरू के सामने तो मत बाताओ कि होमवर्क मुझसे करवाते हो!!सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-26898125261320075922011-04-03T11:23:49.610+05:302011-04-03T11:23:49.610+05:30बहुत सुंदर|
नवसंवत्सर की हार्दिक शुभकामनाएँ| धन्य...बहुत सुंदर|<br />नवसंवत्सर की हार्दिक शुभकामनाएँ| धन्यवाद|Patali-The-Villagehttps://www.blogger.com/profile/08855726404095683355noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-90695588667654055942011-04-02T12:28:27.738+05:302011-04-02T12:28:27.738+05:30suprabhat guruji,
गुरू कल चालू कक्षा से,
मैं पलटी...suprabhat guruji,<br /><br />गुरू कल चालू कक्षा से,<br />मैं पलटी कर जाता था।<br />देख देख प्रश्न कठिन वे,<br />उलझन में फंस जाता था।<br /><br />bandhu sugyaji ka abhar jo itna sundar jawaw mere liye banaya....<br /><br />pranam.सञ्जय झाhttps://www.blogger.com/profile/08104105712932320719noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-19458713484813767652011-04-02T09:08:41.955+05:302011-04-02T09:08:41.955+05:30नूतन-प्राची संवाद अति मोहक है। प्रेम और समर्पण की ...नूतन-प्राची संवाद अति मोहक है। प्रेम और समर्पण की उत्कृष्ट मिसाल । दोनों का अस्तित्व भी परस्पर एक दुसरे पर भी निर्भर है। बेहतरीन काव्य शिल्प।ZEALhttps://www.blogger.com/profile/04046257625059781313noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-52051734734510904952011-04-02T09:03:35.698+05:302011-04-02T09:03:35.698+05:30बहुत सुंदर ...कोशिश करेंगें ....बहुत सुंदर ...कोशिश करेंगें .... डॉ. मोनिका शर्मा https://www.blogger.com/profile/02358462052477907071noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-59792161590721858682011-04-01T13:38:23.649+05:302011-04-01T13:38:23.649+05:30.
अरविन्द जी,
आपकी निगरानी बनी हुई है. अब कोई कोत....<br />अरविन्द जी, <br />आपकी निगरानी बनी हुई है. अब कोई कोताही नहीं होने पायेगी. <br />.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-38203272387173238442011-04-01T13:36:50.590+05:302011-04-01T13:36:50.590+05:30.
सुज्ञ जी,
आप जैसी कोशिश कर रहे हैं. उससे लगता ....<br /><br />सुज्ञ जी, <br />आप जैसी कोशिश कर रहे हैं. उससे लगता है कक्षा में दूसरे पाठ की तैयारी करना शुरू कर दूँ. <br />लेकिन मुझे सभी को एक साथ लेकर बढना है - मेरी विवशता है. <br /><br />अच्छा मेधावी छात्र वही होता है जो सर्व कल्याण में स्व कल्याण समझे. अपने स्वध्याय के प्रयास जारी रखियेगा. तब तक मैं फायदे की कोई ट्यूशन खोजने जाता हूँ. <br /><br />.प्रतुल वशिष्ठhttps://www.blogger.com/profile/00219952087110106400noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-6180885780731383962011-04-01T08:27:43.933+05:302011-04-01T08:27:43.933+05:30बढियां है !बढियां है !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7213487349598555645.post-31294515278152910782011-03-31T16:14:38.849+05:302011-03-31T16:14:38.849+05:30गुरू कल चालू कक्षा से,
मैं पलटी कर जाता था।
देख दे...गुरू कल चालू कक्षा से,<br />मैं पलटी कर जाता था।<br />देख देख प्रश्न कठिन वे,<br />उलझन में फंस जाता था।<br /><br />आज पोह फटी मुस्काती,<br />अंधेरा यों दूर भगा।<br />पसर रही सूरज की किरणें, <br />उर में ज्ञान प्रकाश जगा।सुज्ञhttps://www.blogger.com/profile/04048005064130736717noreply@blogger.com